देहरादून: त्रिंवेंद्र सरकार लॉकडाउन की वजह से दूसरे राज्यों में फंसे उत्तराखंड वासियों की घर वासपी कराने में जुटी हुई है. 11 मई तक अलग-अलग राज्यों से 51,394 लोग उत्तराखंड वापस लाए जा चुके हैं. राज्य के परिवहन सचिव ने मंगलवार को बताया कि आज महाराष्ट्र के पुणे से 1200 प्रवासी हरिद्वार पहुंचे हैं. सभी की थर्मल स्क्रीनिंग करवाई जा रही है. जिसके बाद सभी को उनके गृह जनपद भेजा जाएगा.
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परिवहन सचिव शैलेश बगोली ने बताया कि प्रवासियों से किसी भी तरह का किराया नहीं लिया जाएगा. राज्य सरकार ने रेलवे के खाते में एक करोड़ रुपए जमा करवाए हैं. सूरत से काठगोदाम और पुणे से हरिद्वार ट्रेन आ चुकी है. सूरत से हरिद्वार आने वाली ट्रेन मंगलवार देर रात तक पहुंच जाएगी. वहीं, बैंगलोर से हरिद्वार आने वाली स्पेशल रेल 1200 यात्रियों को लेकर 13 मई की रात पहुंचेगी. गुजरात, तेलंगाना में फंसे हुए उत्तराखंड वासियों को ट्रेन से लाने की प्रक्रिया जारी है. उत्तराखंड सरकार, रेलवे और संबंधित राज्य सरकारों के सम्पर्क में है.
परिवहन सचिव ने बताया कि अन्य राज्यों से उत्तराखंड आने के लिए अब तक 1,98,584 प्रवासी पंजीकरण करा चुके हैं. अब तक हरियाणा से 13799, उत्तर प्रदेश से 11957, दिल्ली से 9452, चंडीगढ़ से 7163, राजस्थान से 2981, पंजाब से 2438, गुजरात से 1060 और अन्य राज्यों से 1032 प्रवासियों को वापस लाया जा चुका है.
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अन्य राज्यों में जाने के लिए 29,975 लोगों ने पंजीकरण कराया है. इनमें से 11 मई तक 9,970 लोगों को वापस भी भेजा जा चुका है. उत्तराखण्ड के विभिन्न जनपदों से दूसरे जनपदों को आने व जाने वाले व्यक्तियों की संख्या 52,621 है.